नई दिल्ली: “वर्ष 2022 के दिसंबर तक बेरोजगारी दर शहरों में 10.9 % तक पहुंच गया है।” सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने अपनी स्टडी रिपोर्ट का डेटा जारी कर कहा है। साथ ही इस दिसंबर में 8.4% बेरोजगारी ग्रामीण क्षेत्रों में, जबकि इस नवंबर में बेरोजगारी दर 7.6% थी।
देश में दिसंबर में बेरोजगारी दर CMIE की रिपोर्ट के अनुसार अब तक सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई है। जब कि देश में काम करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। किंतु इसके मुकाबले नौकरियां घट रही हैं। इस वर्ष अंतिम माह में बढ़ते वर्क फोर्स की तुलना में बेरोजगारी दर 8% से अधिक बढ़ गई।
Business today.in और टीमलीज ने अपने ताजा रिपोर्ट में बताया है कि बढ़ती बेरोजगारी दर के साथ नौकरियां भी बढ़ेंगी। इनके अनुसार जनवरी से मार्च में सर्विस सेक्टर की 77% कंपनियों के हायरिंग की योजना के साथ भारत में नौकरियां के अवसर बढ़ेंगे।
नए वर्ष 2023 के वित्तीय माह मार्च तक देश में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से कई सेक्टर में नौकरियां बढ़ेंगी। काम मिलने की संभावना कंस्ट्रक्शन, स्टील, केमिकल, हॉस्पिटैलिटी, टूरिज्म और ऑटो सेक्टर में ज्यादा रहेगी।
इन्होंने अपनी रिपोर्ट में व्यापार, उपभोक्ता सामानों, रिटेल सेक्टर के साथ ही सॉफ्टवेयर सेक्टर का प्रदर्शन भी तुलनात्मक कम रहने की संभावना जताई है।
CMIE ने देश में जॉब बढ़ाने के लिए सरकार को ऐसी इंडस्ट्री को बढ़ावा देने की बात कही है, जहां ज्यादा लेबर फोर्स की जरूरत होती है। वहीं मैन्युफैक्चरिंग, टेक्सटाइल और लेदर जैसी इंडस्ट्री को सहूलियत देने की सलाह दी है। हेल्थ और एजुकेशन जैसे सर्विस सेक्टर में प्राइवेट निवेश को प्रोत्साहित करने की बात कही है, साथ ही वोकेशनल ट्रेनिंग का इकोसिस्टम खड़ा करने की जरूरत बताया है।