मुंबई: भारतीय साहित्य, कला व सांस्कृतिक प्रतिष्ठान ‘शब्दसृष्टि प्रतिष्ठान‘ तथा मणिबेन एम पी शाह महिला कला व वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत्त) मुंबई के ‘हिंदी विभाग’ एवम ‘मनोहर मीडिया‘ द्वारा एक समारोह दिनांक 19 अक्टूबर 2022 को आयोजित किया गया। इस समारोह में शब्दसृष्टि प्रतिष्ठान की ओर से अनुवाद तपस्वी श्री प्रकाश भातंब्रेकर जी को अपनी आयु के पचहत्तर वर्ष (अमृत महोत्सव वर्ष) पूर्ण करने पर ‘शब्दसृष्टि गौरव सम्मान‘ डॉ रामदास भटकल जी के करकमलों द्वारा प्रदान किया गया।

श्री प्रकाश भातंब्रेकर जी के योगदान के सम्मान में हिंदी की विख्यात लेखिका और कथाकार डॉ सूर्यबाला जी के करकमलों से ‘शब्दसृष्टि‘ (त्रिभाषिक त्रैमासिक पत्रिका) का ‘प्रकाश भातंब्रेकर गौरव विशेषांक‘ (दीपावली वर्ष 2022) का लोकार्पण किया गया।

समारोह के प्रारंभ में शब्दसृष्टि प्रतिष्ठान के संस्थापक अध्यक्ष व पत्रिका प्रमुख संपादक डॉ मनोहर जी ने अपना समयोचित प्रस्तावना प्रस्तुत करते हुए भारतीय साहित्य, कला व सांस्कृतिक प्रतिष्ठान शब्दसृष्टि का वर्ष 2021का शब्दसृष्टि ‘डॉ विजय स्मृति जीवन गौरव सम्मान‘ के लिए डोगरी व हिंदी के विख्यात लेखक व फिल्मकार वेद राही जी के चयन किए जाने की घोषणा की।

समारोह के मुख्य वक्ता गुजराती लेखक डॉ दिलीप झवेरी, ‘शब्दसृष्टि न्यास’ के सचिव, पत्रिका के कार्यकारी संपादक सुश्री आशा रानी तथा सम्मानमूर्ति प्रकाश भातंब्रेकर जी ने संबोधित करते हुए अपने उद्गार व्यक्त किये।

समारोह के मुख्य अतिथि डॉ रामदास भटकल, डॉ दिलीप झवेरी और सुश्री सूर्य बाला जी ने अनुवाद मनीषी मान. प्रकाश भातंब्रेकर के व्यक्तित्व और कृतित्व के विभिन्न पहलुओं पर विचार व्यक्त किए।

समारोह में अतिथियों का स्वागत तथा परिचय ‘शब्दसृष्टि न्यास’ के कार्याध्यक्ष व समन्वयक संपादक प्राचार्य मुकुंद आंधलकर जी ने किया। संपादक डॉ श्यामसुंदर पांडेय, संयोजक डॉ प्रशांत देशपांडे, संपादक प्रो. डॉ उषा मिस्र जी, प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष व डिजिटल संपादक डॉ अनिल यादवराव गायकवाड, सुश्री डॉ वृषाली चौघुले, संपादक प्रो विजय मोहित जी ने समारोह को सफल बनाने में अतिमहत्वपूर्ण योगदान दिया।

समारोह में सम्मानमूर्ति प्रकाश भातंब्रेकर जी की जीवन संगिनी सुश्री कमल प्रकाश भातंब्रेकर जी सहित परिवार के सदस्य, ‘ग्रंथाली‘ के संस्थापक श्री दिनकर गांगल जी, श्री रविप्रकाश कुलकर्णी, श्री नन्दकुमार रोपलेकर, डॉ सतीश पाण्डे, डॉ कृष्णा किंबहुने, डॉ ओम नागर, डॉ दिनेश पाठक, श्री सुधीर रामदास, श्री गणेश रामदास, सुश्री प्रा मनीषा रावराणे तथा मणिबेन एम पी शाह कला व वाणिज्य महाविद्यालय (स्वायत) के शिक्षक तथा छात्र की उपस्थिति विशेष्वत रही।

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