नई दिल्ली : बिहार में जाति जनगणना के दूसरे फेज 15 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। इसके लिए सामान्य प्रशासन विभाग ने बिहार में जाति आधारित गणना की ऑनलाइन सर्वे के लिए मोबाइल एप में प्रदेश की 214 जातियों के लिए कोड जारी किया है।
इस गणना में बाकी सवालों के साथ लोगों से उसकी जाति भी पूछी जाएगी। इसके के बाद ही इसकी कोडिंग की जाएगी।
इसके पहले सामान्य प्रशासन विभाग ने जाति की सूची से अगरिया, खड़िया और मारवाड़ी को बाहर कर विरजिया और सेखड़ा जाति को जोड़ा गया है। इससे जाति आधारित गणना के ऑनलाइन एप में जातियों का कोड बदल गया है।
इससे डाटा एंट्री करने वाले ऑपरेटरों के लिए काम काफी आसान हो जाएगा। साथ ही इस कोड लिस्ट के द्वारा सरकार जातियों की लम्बी सूची में से अपने काम की चीज आसानी से निकाल सकेंगे। जातियों के कोड नंबर के जरिए जाति आधारित जनगणना में गिनती की जटिल प्रक्रिया भी पहले से आसान होगा।
जाति जनगणना की सूची में जातियों के कोड बदलने के बाद अब कायस्थ का नया कोड 21, कुर्मी जाति 24, कोइरी 26, रविदास 60, ब्राह्मण 126, भूमिहार 142, यादव 165, राजपूत 169 और शेख का 181 नंबर हो गया।
ऑनलाइन मोबाइल एप में प्रदेश में निवास करने वाली 214 जातियों के लिए बिहार सामान्य प्रशासन विभाग ने कोड जारी किया है। 215 नंबर कोड इस सूची में शामिल नहीं होने वाली जाति का है। जाति कोड-206 में भी बदलाव किया गया है। जाति आधारित जनगणना में पहले दर्जी (हिंदू) उपनाम श्रीवास्तव/ लाला /लाल /दर्जी दर्ज था। जिसे हटाकर अब सिर्फ दर्जी (हिंदू) किया गया है। अंचल अधिकारी से लिखित में पूर्वानुमति इस कोड के इस्तेमाल से पहले लेनी होगी।