प्रयागराज : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA की वार्षिक कांफ्रेंस आज 26दिसंबर से प्रयागराज में शुरू हुई है। चीन में मौत का तांडव कर रहे कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 दुनिया के दूसरे देशों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराने लगा है। भारत में कोरोना के चौथी लहर आने की आशंका से पहले देश के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने कोरोना के हालात को लेकर प्रयागराज में चर्चा की। इस कॉन्फ्रेंस में देशभर के साढ़े तीन हजार डॉक्टर्स हिस्सा ले रहे हैं। शाम को हुए कोरोना के सेशन में तकरीबन 1000 डॉक्टरों ने हिस्सा लिया।
IMA ने माना कि चौथी लहर जल्द दस्तक देने वाली है। कोविड का नया वैरिएंट तेजी से फैलेगा, क्योंकि देश के लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी हैं। भारत में लोगों को वैक्सीन की 220 करोड़ डोज लग चुकी है। अपने देश में चीन जैसे हालात कतई नहीं होंगे, इसका कोई खास असर नहीं पड़ेगा।
सम्मेलन में उपस्थित डॉक्टरों ने कहा कि कोरोना के नए चौथी लहर का असर 25 से 40 दिनों तक रह सकता है। किंतु चौथी लहर से हमें डरने की जरुरत नहीं है। लोगों में हल्के लक्षणों के साथ कोरोना निकल जाएगा। कोविड के नए वैरिएंट से बच्चों, 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को विशेष सावधानी लेनी होगी। इस समय भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करके ही चौथी लहर से बचा जा सकता है।
विशेषज्ञों ने नोजल वैक्सीन के विकल्प की भी जानकारी दी कि नोजल वैक्सीन देने की मंजूरी भी मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि नोजल वैक्सीन की एक माह में 8 डोज दी जाएगी। नोजल वैक्सीन के एक डोज की कीमत तकरीबन 100 रुपये आएगी।