नई दिल्ली, 3 अगस्त 2022: केंद्र सरकार ने बुधवार को गन्ने का भाव 305 रुपये प्रति क्विंटल Quintal तय किया। केंद्र सरकार ने गन्ना की कीमत में यह वृद्धि गन्ना किसानों की आय बढ़ाने के अपने वादों को पूरा करने के एक कदम के तौर पर उठाने की बात कही है। अक्टूबर-नवंबर में गन्ना पेराई का मौसम शुरू होता है, यह अप्रैल के मध्य तक चलता है।
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने बुधवार को अक्टूबर 2022 से शुरू होने वाले खरीद वर्ष के लिए गन्ने का भाव 15 रुपये बढ़ाकर 305 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। कैबिनेट बैठक में गन्ने की उचित व लाभकारी मूल्य (Fair Remunerative Price) एफ.आर.पी. बढ़ाने पर फैसला लिया गया।
FRP वह न्यूनतम रेट होता है जिस पर चीनी मिलों को किसानों से गन्ना खरीदना होता है। सरकार गन्ना (नियंत्रण) आदेश, 1966 के तहत एफ.आर.पी. तय करती है। एफ.आर.पी. में 15 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि का कैबिनेट नोट पहले ही जारी कर दिया है।
संबद्ध मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “पहले गन्ने का भाव 290 रुपये प्रति क्विंटल था जो अब बढ़ाकर 305 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सरकार ने पिछले आठ वर्षों में एफ.आर.पी. में 34 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की है। इससे देश भर में 5 करोड़ गन्ना किसानों के साथ-साथ चीनी मिलों में कार्यरत 5 लाख श्रमिकों को लाभ होगा।”
संबद्ध मंत्रालय ने कहा कि “गन्ने का भाव बढ़ाने के साथ ही केंद्र ने अतिरिक्त 12 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि सितंबर 2022 को समाप्त होने वाले मौजूदा सीजन में अनुमानित घरेलू उत्पादन से अधिक उत्पादन हुआ है। और इस पर सरकार जल्द ही नोटिफिकेशन जारी करने जा रही है।”