नई दिल्ली : NEET (नैशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेस टेस्ट) के रिजल्ट में धांधली के विरोध में देशभर में स्टूडेंट्स और उनके पैरंट्स प्रदर्शन कर रहे हैं। देशभर के छात्रों में उबाल आया हुआ है। नीट में हुई धांधली के विरोध में छात्रों की मांग है कि नीट का रिजल्ट रद्द किया जाए या नोट फिर से हो। कानपुर, लखनऊ, नोएडा समेत कई शहरों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इन अभ्यर्थियों की राष्ट्रीय कमेटी गठित कर दिल्ली में भी प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं।

मामला यह है कि ऑल इंडिया रैंक पर 67 स्टूडेंट्स, एक ही सेंटर के 6 टॉपर, ग्रेस मार्क्स आए और इससे पहले पेपर लीक हुआ था जिस को लेकर नैशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर सवाल उठे। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार @KanhaiyaKumar ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा है कि “स्टूडेंट्स आत्महत्या कर रहे हैं। आज 600 अंक लाने के बाद भी स्टूडेंट असमंजस में हैं कि उसे सीट मिलेगी या नहीं। एनटीए के इस नीट घोटाले की जांच सर्वोच्च न्यायिक अधिकारियों से करवाई जानी चाहिए और प्रभावित स्टूडेंट्स को उचित न्याय दिया जाना चाहिए। भले ही परीक्षा दोबारा आयोजित करनी पड़े।”

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा “नीट परीक्षा के पैटर्न के अनुसार, उम्मीदवारों के लिए 719 या 718 अंक हासिल करना अकल्पनीय है। फिर भी, ये स्कोर एनटीए के स्कोरकार्ड पर हैं। यह संभावित हेरफेर या विसंगतियों की ओर इशारा है। इसके अलावा, एक ही से 6 टॉपर्स का होना भी संदिग्ध है, इसकी जांच होनी चाहिए।”

वामपंथी दलों के छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स असोसिएशन (AISA) भी शिक्षा मंत्रालय पर प्रदर्शन कर नैशनल टेस्टिंग एजेंसी को खत्म करने की मांग करेगा। नीट एग्जाम में 720 में से 714 अंक लाने वाले छात्र जिनकी रैंक 254 है, कहते हैं कि रिजल्ट हैरान करने वाला है आखिर हुआ क्या है पता नहीं चल रहा है। पेपर पिछले साल के मुकाबले भले आसान जरूरत था, मगर इतना भी नहीं कि इतने ज्यादा टॉपर्स हों। अगर फिर से एग्जाम होगा तो स्टूडेंट्स को कड़ी मेहनत के अलावा मेंटल स्ट्रेस से गुजरना पड़ेगा। नीट रिजल्ट को लेकर विरोध कर रहे स्टूडेंट्स स्कैम का अंदेशा जताते हुए कहते हैं कि नीट फिर से हो।

दिल्ली हाई कोर्ट जस्टिस डी.के. शर्मा की वेकेशन बेंच ने एनटीए के वकील से याचिका पर निर्देश लेने को कहा। याचिका में हाई कोर्ट से अनुरोध किया गया है कि एग्जाम में इस क्वेश्चन का जवाब नहीं देने वालों को समान अंक दिए जाने चाहिए, जैसा कि दोनों सही उत्तर देने वालों को दिया गया है। उत्तर की में दो सही जवाब वाले एक सवाल को लेकर शिकायत करने वाली ‘नीट-यूजी’ कैंडिडेट की याचिका पर राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) से जवाब मांगा है।

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