नई दिल्ली, 24 जुलाई 2022: भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज रविवार को राष्ट्र को संबोधित किया, उनका कार्यकाल समाप्त हो गया है। राष्ट्र को अपने संबोधन में कोविंद जी ने कहा, “कानपुर देहात के एक गांव का आदमी आज आपको संबोधित कर रहा है तो यह भारत के लोकतंत्र की जीवंतता का प्रमाण है। अनेक देशवासियों से मिलने के बाद मेरा विश्वास दृढ़ हुआ कि हमारे लोग ही असली राष्ट्र निर्माता हैं। ऐसे महान देशवासियों के हाथ में हमारा भविष्य सुरक्षित है। मैं हमेशा खुद को बड़े परिवार का हिस्सा मानता रहा हूँ, जिसमें सांसद भी शामिल हैं। किसी भी परिवार की तरह कई बार उनके बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्हें देश के व्यापक हितों के लिए मिलकर काम करना चाहिए।”
राष्ट्रपति ने कहा, “जब अपने छोटे से गांव में एक बालक के तौर पर मैं अपने भविष्य को समझने की कोशिश कर रहा था, तब आजादी मिले कुछ ही समय हुआ था। मुझे उम्मीद थी कि मैं भी राष्ट्र निर्माण में कुछ योगदान करुंगा। यह भारत के लोकतंत्र की ताकत है कि इसमें नागरिकों के लिए दरवाजे खुले हैं कि वह कुछ भी कर सकते हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री जी भी मेरे गांव आए और उन्होंने गांव का मान बढ़ाया।”
सांसदों और मंत्रियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि “आप सभी के लिए यह गर्व की बात है कि आप भारत की जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं। मेरे सभी पूर्व राष्ट्रपति मेरे लिए प्रेरणास्त्रोत रहे हैं। पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि आंबेडकर के सपनों का भारत बन रहा है।”
निर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगी। वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर काबिज होने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी। अपने भाषण के दौरान कोविंद ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की संसद भवन के सेंट्रल हॉल में शनिवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जी का विदाई समारोह हुआ। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति, लोकसभा स्पीकर समेत कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इस दौरान कोविंद को विदाई पत्र और स्मृति चिह्न भेंट किया गया।