नूंह हिंसा के आरोपियों का पुलिस मुठभेड़, 3 जिलों में मुस्लिम व्यापारियों की एंट्री पर रोक, पंचायतों ने दिया फरमान

नूंह हिंसा के आरोपियों का पुलिस मुठभेड़, 3 जिलों में मुस्लिम व्यापारियों की एंट्री पर रोक, पंचायतों ने दिया फरमान

नूंह : हरियाणा मेवात के नूंह में की गई हिंसा के आरोपियों की उपलब्ध विडिओ, सोशल मीडिया और ख़ुफ़िया जानकारी के आधार पर पुलिस लगातार पहचान कर तलाश में जुटी है। 31 जुलाई को ब्रजमंडल शोभा यात्रा पर की गई पत्थरबाजी और आगजनी के सांप्रदायिक हिंसा मामले में दो आरोपियों की नूंह मार्ग पर सीलखो पहाड़ में छिपे होने की सूचना देर रात को तावडू सीआईए को मिली थी। नूंह मार्ग पर सीलखो पहाड़ पर आरोपियों के छिपे ठिकाने पर पुलिस पकड़ने पहुंची तो बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। इसके दौरान एक आरोपी मुनफेद पुत्र जैकम निवासी गांव ग्वारका के दाहिने पैर में गोली लगी। दुसरे आरोपी शेकुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इरफ़ान खान, रशीद खान, उमेद और अख्तर मोहम्मद सहित कई मुख्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।

घायल मुनफेद को नूंह राजकीय मेडिकल कॉलेज नल्हड़ में भर्ती कराया गया है। मूनफेद की सुरक्षा में कई हथियारों से लैस जवानों के साथ लगाया गया है। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। पुलिस ने प्रेस को कहा कि आरोपियों के पास से एक देशी कट्टा, एक जिंदा रौंद और एक बाइक बरामद की है।

नूंह हिंसा के बाद अब हालात सामान्य होते देख आज प्रशासन की तरफ से कर्फ्यू में 8 घंटे की ढील दी गई है। लेकिन इंटरनेट सेवा अभी बंद है। नूंह हिंसा के बाद रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और झज्जर जिलों की 50 से ज्यादा ग्राम पंचायतों ने एक पत्र जारी कर गांव में मुस्लिम व्यापारियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। सरपंचों द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि गांवों में रहने वाले मुसलमानों को पुलिस के पास अपने पहचान पत्र से संबंधित दस्तावेज जमा कराने होंगे। सरपंचों की पंचायत ने कहा है कि हमारा इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं है।

नूंह हिंसा

हांसी के बाजार में हिंदू संगठन इलाके के दुकानदारों को चेतावनी दे रहे हैं कि किसी बाहरी मुसलमान को नौकरी पर रखा है तो दो दिन में निकाल दें। अगर ऐसा नहीं किया तो उन दुकानदारों का बहिष्कार किया जाएगा।

नूंह में हिंसा के बाद मुसलमानों के बहिष्कार और अलगाव के आह्वान के खिलाफ अब सुप्रीम कोर्ट में शाहीन अब्दुल्ला नाम के शख्स ने याचिका दायर की है। जानेमाने वकील कपिल सिब्बल ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच के समक्ष शाहीन अब्दुल्ला की याचिका दाखिल की है।

इसके अलावा गाजियाबाद के नन्दग्राम इलाके में कुछ पोस्टर भी लगाये गए हैं जिसमें मुस्लिमों के बहिष्कार की अपील की गई है। मध्यप्रदेश के सागर में भी एक विश्व हिंदू परिषद के नेता द्वारा मुस्लिमों का बहिष्कार करने का ऐलान किया गया है। पंजाब के फाजिल्का में एक बजरंग दल के नेता ने नसीर और जुनैद की हत्या को जायज ठहराया है। (फोटो साभार सोशल मीडिया)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *