दिल्ली विश्वविद्यालय, 25 जुलाई 2022: आज, 25 जुलाई को दिल्ली-विश्वविद्यालय के कला संकाय के गेट संख्या 4 पर बहुजन समाज के दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों और प्रोफेसर्स ने फूलन देवी का इतिहास बताने के लिए लोकसभा की सांसद रही फूलन देवी का शहादत-दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया था। इस कार्यक्रम के द्वारा फूलन देवी के इतिहास से छात्रों को परिचित कराने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजन किया गया था, लेकिन इन्हें विश्वविद्यालय प्रबंधन की अनुमति नहीं थी। दिल्ली-पुलिस ने उन्हें रोका और कहा कि यहां धारा- 144 लगी है और 5 लोगों से अधिक को इकठ्ठा होने की इजाज़त नहीं है। उपस्थित आयोजक और छात्र नहीं माने तो थोड़े विरोध के बाद कार्यक्रम में शामिल होने वाले Prof. Santosh Yadav, Kanchana Yadav समेत सभी छात्रों व शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
“भगत सिंह छात्र एकता मोर्चा” और बहुजन छात्रों ने पुलिस द्वारा गिरफ़्तारी की निंदा की है। छात्रों द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि “अब दिल्ली-पुलिस की तानाशाही का आलम यहाँ तक आ पहुँचा है कि क्या दलित-बहुजन समाज के लोग अपने नायक-नायिकाओं की पुण्यतिथि पर उन्हें याद भी नहीं कर सकते! दिल्ली-पुलिस की यह शर्मनाक हरकत दिल्ली-पुलिस के चरित्र की ओर साफ इशारा करती है कि वह देश की जनता के लिए नहीं बल्कि कुछ विशेष जाति और वर्ग के लोगों के लिए ही सेवारत है। लेकिन सदियों से उपेक्षा और वंचना का शिकार शोषित समाज के संघर्ष का सिलसिला हर छोटे-बड़े मोर्चे पर सतत रूप से चलता रहेगा तब तक जब तक कि अपने स्वाभिमान की ये जंग हम जीत नहीं लेते।” https://twitter.com/newspcm/status/1551551005946687488?s=20&t=fgtusJ4n5pXOgXSxDcchrw