"जैसे-जैसे भारत की आर्थिक शक्ति बढ़ रही है, अड़चनें पैदा करने वाले भी बढ़ रहे हैं। भारत के सामाजिक ताने-बाने पर, हमारी एकता और भाई-चारे पर, हमारे आर्थिक हितों पर और हमारे संस्थानों पर भी लगातार हमले बढ़ते चले जा रहे हैं। इसमें जाहिर तौर पर भ्रष्टाचार का पैसा लगता है। आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं है। CBI को कहीं भी हिचकने, कहीं रुकने की जरूरत नहीं है।

नई दिल्ली : CBI की स्थापना के 60 साल पूरे होने के डायमंड जुबली कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3अप्रैल, सोमवार को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में पोस्टल स्टाम्प और डायमंड जुबली मार्क वाला सिक्का भी लॉन्च करने के साथ ही सीबीआई की शिलॉन्ग, पुणे और नागपुर में शाखा कार्यालय के नए भवनों का उद्घाटन डिजीटली किया। प्रधानमंत्री मोदी ने 25 मिनट के संबोधन में CBI के 60वर्षों के सफर और भविष्य में आने वाली चुनौतियों पर भी बात कही।

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में CBI से कहा, “आपको कहीं पर भी रुकने की जरूरत नहीं है। मैं जानता हूं आप जिनके खिलाफ एक्शन ले रहे हैं वे बेहद ताकतवर लोग हैं, बरसों तक वे सरकार और सिस्टम का हिस्सा रहे हैं। आज भी वे कई जगह किसी राज्य में सत्ता का हिस्सा हैं, लेकिन आपको अपने काम पर फोकस रखना है कोई भी भ्रष्टाचारी बचना नहीं चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगभग आधे घंटे के संबोधन में कहा कि ” देश की प्रीमियम इन्वेस्टिगेशन एजेंसी के रूप में सीबीआई ने 60 वर्ष का सफर पूरा किया है। इन 6 दशक में सीबीआई ने बहुअनुशासनात्मक और बहुआयामी जांच एजेंसी के तौर पर अपनी पहचान बनाई है। आज सीबीआई का दायरा बहुत बड़ा हो चुका है। महानगर से लेकर जंगल तक CBI को दौड़ना पड़ रहा है। CBI यानी न्याय का ब्रांड”।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को CBI निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल ने मोमेंटो भेंट किया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “CBI ने अपने काम से लोगों के मन में विश्वास जगाया है। लोग आंदोलन करते हैं कि केस बाकी एजेंसियों से लेकर CBI को दे दो। यहां तक कि पंचायत स्तर पर भी कोई मामला आता है तो लोग कहते हैं कि इसे CBI को दे देना चाहिए। न्याय के, इंसाफ के एक ब्रांड के रूप में CBI का नाम हर जुबान पर है”।

मोदी ने कहा कि “मुख्य रूप से CBI की जिम्मेदारी भ्रष्टाचार से देश को मुक्त करने की है। भ्रष्टाचार सामान्य अपराध नहीं, इस पर नकेल कसना बड़ी जिम्मेदारी है।भ्रष्टाचार, गरीब से उसका हक छीनता है, अनेक अपराधों को जन्म देता है। भ्रष्टाचार, लोकतंत्र और न्याय के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा होता है”।

“जहां भ्रष्टाचार होता है, वहां युवाओं को उचित अवसर नहीं मिलते। वहां सिर्फ एक विशेष इकोसिस्टम ही फलता-फूलता है। भ्रष्टाचार प्रतिभा का सबसे बड़ा दुश्मन होता है और यहीं से भाई-भतीजावाद, परिवारवाद को बल मिलता है। 2014 से पहले फोन पर लोगों को करोड़ों रुपए का लोन मिलता थाPM मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार ने हमारी अर्थव्यवस्था के आधार यानी हमारे बैंकिंग सिस्टम को बर्बाद कर दिया था। बीते वर्षों में हम बहुत मेहनत करके अपने बैंकिंग सेक्टर को मुश्किलों से बाहर निकाल कर लाए हैं”।

उन्होंने कहा कि “आज हम इंटरनेट बैंकिंग की बात करते हैं। UPI से रिकॉर्ड ट्रांजैक्शन की बात करते हैं। लेकिन हमने 2014 से पहले बैंकिंग वाला दौर भी देखा है। जब दिल्ली में प्रभावशाली राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के फोन पर हजारों करोड़ रुपए के लोन मिला करते थे।
मोदी बोले कि पिछले कई दशकों से भ्रष्टाचारियों ने देश का खजाना लूटने का एक और तरीका बना रखा था। ये लोग सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को लूटते थे। आज जनधन, आधार, मोबाइल की ट्रिनिटी से हर लाभार्थी को उसका पूरा हक मिल रहा है”।

मोदी ने कहा कि “जैसे-जैसे भारत की आर्थिक शक्ति बढ़ रही है, अड़चनें पैदा करने वाले भी बढ़ रहे हैं। भारत के सामाजिक ताने-बाने पर, हमारी एकता और भाई-चारे पर, हमारे आर्थिक हितों पर और हमारे संस्थानों पर भी लगातार हमले बढ़ते चले जा रहे हैं। इसमें जाहिर तौर पर भ्रष्टाचार का पैसा लगता है। आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं है। CBI को कहीं भी हिचकने, कहीं रुकने की जरूरत नहीं है। इसलिए हमें क्राइम और करप्शन के मल्टी नेचर को समझना होगा और उसकी जड़ तक पहुंचना होगा”।

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