पटना, 6 जून 2022 : देश में बढ़ रही महंगाई को देखते हुए बिहार का “न्यूनतम मजदूरी सलाहकार पर्षद” ने इस बार मजदूरों के मूल वेतन में 15 फीसदी वृद्धि की अनुशंसा की है। बिहार के मजदूरों को अब न्यूनतम 366 रुपए रोजाना मजदूरी मिलेगी। पर्षद ने इस पर लोगों से आपत्ति व सुझाव दिए जाने की मांग की है। दो महीने के बाद नई मजदूरी की बढ़ी हुई दर बिहार में प्रभावी हो जाएगी। इससे मौजूदा दर से राज्य के तीन करोड़ से अधिक मजदूरों को कम से कम 48 रुपए अधिक मिलेंगे।
श्रम संसाधन विभाग के अनुसार पांच साल के अंतराल पर मजदूरी के मूल वेतन का पुन: निर्धारण किआ जाता है। प्रस्ताव के अनुसार पूर्व से प्रचलित न्यूनतम मजदूरी की मूल दर एवं महंगाई भत्ता को समाहित कर उस पर 15 फीसदी अतिरक्त आर्थिक लाभ देते हुए कामगारों के न्यूनतम मजदूरी के नये मूल वेतन का लाभ दिया गया है। अब इस बढ़े मजदूरी के लागू होने से सामान्य कार्य में अकुशल श्रमिकों का न्यूनतम मजदूरी बढ़कर 366 रुपए रोजाना तक हो जाएगा, जो अभी 318 रुपए ही है।
श्रम विभाग के इस निर्णय से बिहार के असंगठित क्षेत्र के अकुशल, अर्धकुशल, कुशल एवं अतिकुशल श्रमिकों को लाभ होगा। मजदूरी की बढ़ी हुई दर का लाभ निर्माण श्रमिकों, घरेलू कामगारों, कृषि श्रमिकों सहित 88 नियोंजनों में कार्यरत विभिन्न प्रकार के कामगारों को होगा। इस बढ़ी हुई मजदूरी की अधिसूचना नियोजकों एवं श्रमिक प्रतिनिधियों और आम जनता के सुझाव के लिए जल्द ही ऑनलाइन पोर्टल पर डाला जाएगा। उन सुझावों के प्राप्त होने के बाद अंतिम रूप से अधिसूचना जारी की जाएगी। (चित्र साभार गूगल)