नई दिल्ली : बीते तीन चार दिनों से महुआ मोइत्रा पर बाजी उल्टी पड़ रही है। संसद में मुखर हो कर अडानी, प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा नेताओं पर हमला करने वाली TMC सांसद महुआ मोइत्रा पैसे लेकर संसद में प्रश्न करने के मामले में फंसती मालूम हो रही हैं। एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में अडानी का और अडानी कंपनी द्वारा निवेश का स्वागत कर रही है, तो दूसरी ओर TMC सांसद महुआ मोइत्रा अडानी के खिलाफ लोकसभा में प्रश्न करती है।

महुआ मोइत्रा मामले में व्यापारी दर्शन हीरानंदानी के पिता नामीगीरामी सर्जन और पद्म भूषण से सम्मानित डॉ लखुमल हीरानंदानी हैं। दर्शन हीरानंदानी के पिता ने मुंबई के पवई इलाके में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए बहुत ही कम कीमत में 250 एकड़ जमीन खरीदकर अपने बेटों के नाम से रियल एस्टेट का कारोबार शुरु किया था।

आज भारत के टॉप 20 अमीरों में से एक हीरानंदानी ग्रुप का मालिक दर्शन हीरानंदानी भी है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत में दुनियां का सबसे बड़ा डाटा सेंटर बनाना चाहते हैं। डाटा के कारोबार में बड़ी बड़ी कंपनियों ने कदम रखा है। अडानी ग्रुप भी उनमें से एक है और इसी डाटा कारोबार में हीरानंदानी ग्रुप भी आ गया है।

यहीं से प्रतिस्पर्धा शुरु हुई। अडानी ग्रुप कंपनी को नुकसान पहुंचाने के लिए संसद में दर्शन हीरानंदानी ने अडानी के खिलाफ सवाल उठाने के लिए महुआ मोइत्रा को मोहरा बनाया।

महुआ मोइत्रा एक अति महत्वाकांक्षी महिला हैं। दर्शन हीरानंदानी के हलफनामे के अनुसार अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए महुआ ने उसका इस्तेमाल किया। वर्ष 2017, जब महुआ पश्चिम बंगाल की विधायक हुआ करती थी, तब से दोनों एक दूसरे को जानते हैं।

महुआ का अपने ब्वॉयफ्रेंड से झगड़ा होने पर उसने महुआ और दर्शन के बीच के सारे लेन देन का खुलासा करते हुए सीबीआई को जांच के लिए पत्र लिख दिया और एक कॉपी सासंद निशिकांत दुबे को भी दे दी। निशिकांत दूबे ने लोकसभा स्पीकर को इस मामले पर आवश्यक कारवाही के लिए आवेदन भेज दिया।

यह मामला अब एथिक्स कमिटी के पास है। लगता है एथिक्स कमिटी ने आईटी मंत्रालय के जरिए लोकसभा में अडानी के खिलाफ महुआ द्वारा पूछे गए सवालों का आईपी एड्रेस निकलवा लिया है।

दर्शन हीरानंदानी खुद को फंसता देख संभवतः सरकारी गवाह बन गया और सारा दोष महुआ पर मढ़ते हुए एक पत्र जारी कर दिया। अब महुआ मोइत्रा के पन्ने खोले जाने लगे हैं तो प्रसिद्ध और अरबपति लोगों के साथ उनके अंतरंग रिश्ते भी समाचार का हिस्सा बन रहे हैं। इसमें कांग्रेस पार्टी के नेता शशि थरूर को भी शामिल कर दिया गया है। तो टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर कुत्ता चोरी का आरोप भी चर्चा का विषय सोशल मीडिया में है।

व्यापारी दर्शन हीरानंदानी के कथित हलफनामा के जबाव में महुआ मोइत्रा ने भी पत्र लिखा है और उसके वैधता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है।

दिल्ली शराब घोटाले में भी यही हुआ। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह जिस व्यापारी के साथ दिल्ली शराब नीति पर काम किया, वही व्यापारी खुद को बचाने के लिए सरकारी गवाह बन गया। नतीजतन आज मनीष और संजय दोनो जेल में हैं। और महुआ मोइत्रा मामले में भी यही लग रहा है कि दर्शन हीरानंदानी ने महुआ मोइत्रा को बुरी तरह फंसा दिया है।

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