देवरिया, UP : दस बीघा जमीन के विवाद ने विभत्स रूप ले लिया, जिसमें हुए हत्याकांड पहले प्रेमचंद यादव और बाद में बदले में सत्यप्रकाश दुबे के पूरे परिवार की लाशें बिछा दी। देवरिया के फतेहपुर गांव के लेड़हा टोला में सोमवार की सुबह मृतक प्रेमचंद यादव के लोगों ने सत्यप्रकाश दुबे के परिवार के सभी लोगों की हत्या कर दी। मारे गए सत्यप्रकाश दुबे और पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद्र यादव अपने-अपने घर के मुखिया थे।

सत्यप्रकाश दुबे के भाई ने अपनी जमीन प्रेमचंद्र यादव को बेची थी। लेकिन इस जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। सोमवार को सुबह सत्यप्रकाश दुबे के घर पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव बाइक से पहुंचा।

बेची गई बैनामे की जमीन को लेकर सत्यप्रकाश दूबे और प्रेमचंद के बीच शुरू हुई बातचीत कुछ ही देर में दोनों भिड़ गए और मारपीट शुरू हो गई। बरसात के चलते प्रेमचंद का पैर फिसल गया और वह नीचे गिर गया। इसी बीच सत्यप्रकाश दुबे और परिवार के सदस्यों ने प्रेमचंद यादव के सिर पर ईंट मार दिया और गले पर धारदार हथियार मार दिया। प्रेमचंद को मारने के बाद शव दरवाजे पर छोड़ सत्यप्रकाश का पूरा परिवार घर के अंदर छिप गया।

प्रेमचन्द्र यादव के हत्या की जानकारी होने पर भाई रामजी यादव ने परिवार सहित कुछ बाहरी और गांव के समर्थकों के साथ सत्यप्रकाश के घर पर लाठी-डंडे, असलहा और धारदार हथियार लेकर हमला कर दिया। यादवों ने सत्यप्रकाश दूबे की हत्या दरवाजे पर ही कर दी।

फिर पत्नी किरन का गला रेता और बेटा गांधी, बेटी सलोनी और नंदनी को गोली मार दी। यादवों ने बच्चों को भी नहीं छोड़ा। पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई। इस नरसंहार करने के बाद सत्यप्रकाश दुबे के मकान को तोड़ फोड़ दिया। इसके बाद हत्यारे वहां से भाग निकले।

जमीन विवाद में छह लोगों की हत्या से मौके का मंजर देखकर गांव वालों के साथ पुलिसकर्मियों की भी कांप उठे। जमीन को लेकर चल रहा विवाद विभत्स हत्या के रूप में बदल गया। आसपास के लोग अपनी छत से तो कोई कमरे की खिड़की से यह कत्लेआम को देखते रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *