पटना : कर्पूरी ठाकुर को याद करने के कर्पूरी ठाकुर गोलंबर पर बिहार सरकार के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार द्वारा बिहार जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने भाषण में कर्पूरी ठाकुर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए परिवारवाद पर भी हमला बोला। और परिवारवाद पर बोला गया तीर सीधा जाकर चारा चोर सजायाफ्ता लालू यादव, उसके परिवार और राजद को घायल करता रहा।

इससे आरजेडी और जेडीयू के बीच तनातनी बाहर आ गई। महागठबंधन बनाने के बाद से दोनों पार्टियां अभी तक इन अटकलों को खारिज भी करती आई है। बिहार विधानसभा की कुल 243 सीटें हैं। जिस में से फिलहाल 79 आरजेडी, 78 बीजेपी, 45 जेडीयू, 19 कांग्रेस, 12 सीपीआई (एमएल) के पास है। इसके अलावा शेष 10 सीटें अन्य छोटी पार्टियों के हिस्से में है।

किंतु 24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की जन्मशती पर नीतीश कुमार द्वारा कार्यक्रम के दौरान परिवारवाद की आलोचना कर दी। इसकी प्रतिक्रिया में लालू की बेटी रोहिणी ने तिलमिलाते हुए ट्वीट किया और बात राजनीति में आग लगा दी।

24 जनवरी को कर्पूरी ठाकुर की जन्मशती पर नीतीश कुमार ने कहा कि “कर्पूरी ठाकुर ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया। आजकल लोग अपने परिवार को बढ़ाते हैं। कर्पूरी ठाकुर के नहीं रहने के बाद उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को हमने बनाया। हमने भी कर्पूरीजी से सीखकर परिवार में किसी को नहीं बढ़ाया। हम हमेशा दूसरे को बढ़ाते हैं।”

लालू की बेटी की तिलमिलाहट वाली ट्वीट चर्चा में आ गया। नीतीश ने मोदी द्वारा कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने पर पहले ट्वीट में पीएम मोदी को आभार नहीं व्यक्त किया था। लेकिन उस ट्वीट को डिलीट कर के नीतीश ने नया ट्वीट किया और फिर पीएम को शुक्रिया कहा।

बिहार राजनीति में नीतीश कुमार के परिवारवाद वाले बयान को लालू यादव पर निशाना बताया जा रहा है। जिस के बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने तिलमिलाहट में लगातार ट्वीट कर दिया।

कविता शैली में लालू लाड़ली ने कहा कि “समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा”। दूसरे पोस्ट में रोहिणी ने लिखा था, “खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य, विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।”

तीसरे पोस्ट में रोहिणी ने लिखा, “अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां।”

चर्चा में ट्वीट उल्टा नुकसान न पहुंचा दे की आशंका पर राजद का दबाव पड़ते रोहिणी आचार्य ने ये सभी पोस्ट बाद में डिलीट कर दिए। और जदयू नेता केसी त्यागी ने रोहिणी के पोस्ट के बारे में कहा कि बच्चों को बड़ों की बातों में नहीं बोलना चाहिए।

रोहिणी आचार्य

गिरिराज सिंह लंबे समय से ये कहते आ रहे हैं कि लालू यादव अपने बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं।

मुख्यमंत्री नीतीश के भाषण और रोहिणी के ट्वीट से बिहार की राजनीति का ताप बढ़ने के बाद बिहार के बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी, अश्विनी चौबे, सुशील मोदी और अन्य नेताओं का दिल्ली में अमित शाह के साथ बैठक खत्म हो गया। जिसके बारे में सम्राट चौधरी ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव पर चर्चा की बैठक थी।और पटना में मुख्यमंत्री आवास पर ललन सिंह, उमेश कुशवाहा, विजय चौधरी और संजय झा जैसे बड़े नेताओं के जुटान ने ये संकेत दिया कि बिहार में सियासी गतिविधियां अभी थमने वाला नहीं है।

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