उत्तर कोयल नहर लाओ जान बचाओ' पर किसान मजदुर मोर्चा (मगध)

उत्तर कोयल नहर लाओ जान बचाओ' पर किसान मजदुर मोर्चा (मगध)

सन् 1970 की उतर कोयल नहर जलाशय परियोजना आज तक अधर में लटका पड़ा है, क्यों? इस नहर के पूरा नहीं होने से किसानों को कितनी समस्या हो रही है। यह किसान भी जानते हैं और यहां की सरकार भी जानती है। किंतु मगध क्षेत्र की सबसे बड़ी सिंचाई व्यवस्था उतर कोयल नहर जलाशय परियोजना है जो आज 53 वर्ष बीत जाने के बाद भी अधूरी पड़ी है।

पटना : कोंच प्रखण्ड के चबुरा पंचायत में ‘उत्तर कोयल नहर लाओ जान बचाओ‘ के नारे के साथ किसान मजदुर मोर्चा (मगध) ने लंबे समय से अधर में लटके उत्तर कोयल नहर जलाशय परियोजना को पूरा करने की मांग पर आम सभा का आयोजन किया। इस सभा की अध्यक्षता और संचालन महेश यादव और किसान नेता चंद्रशेखर प्रसाद यादव ने किया।

सभा में किसान नेता डॉ. शिवनंदन यादव, चंद्रशेखर प्रसाद यादव, लड्डू खां, महेश यादव, भीम बिहारी विश्वकर्मा, दिनेश यादव, अजीम खां, जयप्रकाश प्रजापति, रामचंद्र आजाद, अर्जुन चंद्रवंशी, सुरेंद्र सर, संतोष गिरी, शत्रुधन यादव, भोला चंद्रवंशी, उदय जी, विजय जी (पैक्स अध्यक्ष), राजू दास, अनूप मांझी, बालकुमर यादव, सरयु प्रसाद, विशुन दास, लालधारी यादव, विनोद यादव, लालदेव यादव, विनोद चंद्रवंशी, श्यामदेव गौतम, सुरेंद्र यादव, बिरजू दास, शियाराम यादव, अवधेश यादव, अवधेश दास (मुखिया पति) कावर पंचायत और सुनील जी (पूर्व पैक्स अध्यक्ष) मौजूद थे।

वक्ताओं ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह सोचने का विषय है कि सन् 1970 की उतर कोयल नहर जलाशय परियोजना आज तक अधर में लटका पड़ा है, क्यों? इस नहर के पूरा नहीं होने से किसानों को कितनी समस्या हो रही है। यह किसान भी जानते हैं और यहां की सरकार भी जानती है। किंतु मगध क्षेत्र की सबसे बड़ी सिंचाई व्यवस्था उतर कोयल नहर जलाशय परियोजना है जो आज 53 वर्ष बीत जाने के बाद भी अधूरी पड़ी है। आज तक मिलते रहे आश्वासनों के बावजूद भी इस उत्तर कोयल नहर परियोजना का निर्माण अधिकारियों ने नहीं किया।

यहां लगभग 90% से ज्यादा आबादी खेती पर निर्भर है। परंतु बिहार और खासकर इस इलाके के किसानों का दुर्भाग्य है कि यहाँ की सरकार और उनके चमचों ने जाती- पाती, धर्म, मंदिर एवं मस्जिद के नाम वोट की राजनीति कर किसानों को गुमराह करते आ रही है। कृषि में अच्छे फसल उपज के लिए उतम सिंचाई की व्यवस्था की जरूरत होती है। सरकार और दलाल मिलकर किसानों को गुमराह कर अपना रोटी सेकने में लगे हैं किसानों से झूठ बोलकर अपना वोट बैंक बनाने का कार्य कर रहे हैं।

इसे देखते हुए सन् 2004 से किसान मजदुर मोर्चा (मगध) सरकार के समक्ष आंदोलन कर उतर कोयल नहर के अधूरे कार्य को पूरा करने की मांग करते आ रही है। दिनांक 14/10/2022 को मगध आयुक्त के समक्ष एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किसान मजदुर मोर्चा (मगध) के बैनर तले किसानों के द्वारा किया गया था। उसके बाद आयुक्त महोदय ने दिनांक 02/11/2022 को लिखित में देते हुए कहा था कि फरवरी 2023 में नहर में युद्ध स्तर पर कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा और मगध क्षेत्र के जून 2024 में हर खेत को पानी मिल जायेगा। परंतु लिखित पेपर के बाद भी सरकार द्वारा नहर निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया है।

किसान मजदूर मोर्चा के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार उतर कोयल नहर के अधूरे कार्यों को पूरा नहीं करती है तो हम संघर्ष करेंगे और नहर निर्माण को पूरा करने के लिए यदि जान देने की जरूरत पड़ी तो उसमें हम पीछे नहीं हटेंगे।

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