पुणे : प्रोग्रेसिव एज्युकेशन सोसायटी के संस्थापक गुरूवर्य शंकरराव कानिटकर जी की 136 वीं जयंती के अवसर पर हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय में दो नूतन विभागों का उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। मॉडर्न महाविद्यालय के हिंदी विभाग की अध्यक्षा डा.प्रेरणा उबाले ने बताया कि गुरूवर्य शंकरराव कानिटकर जी के नाम से हिंदी विभाग द्वारा निर्मित स्वतंत्र ग्रंथालय और हिंदी भाषा प्रयोगशाला का उद्घाटन प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसाइटी की सहकार्यवाह डॉ.ज्योत्स्ना एकबोटे जी के हाथों संपन्न हुआ।     

हिंदी विभाग मॉडर्न महाविद्यालय ने हिंदी के विभिन्न प्राध्यापक और लेखकों से लगभग 5000 से अधिक किताबें इकट्ठा की है और उसका एक सुंदर ग्रंथालय तैयार हुआ। इसके अलावा हिंदी भाषा प्रयोगशाला में चार लाख से अधिक डिजिटल किताबों का संकलन किया गया है। इस भाषा प्रयोगशाला का भी उद्घाटन आज प्रोग्रेसिव एज्युकेशन सोसायटी की सहकार्यवाह डॉ. ज्योत्स्ना एकबोटे के शुभ करकमलों से संपन्न हुआ। 

डॉ.ज्योत्स्ना एकबोटे ने यह बताया कि हिंदी विभाग के लिए ये दो विभाग अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और विद्यार्थियों की हिंदी विषय में रुचि बढ़ाने के लिए यह उपयोगी सिद्ध होंगे। हिंदी के विद्वान लेखक कवि डॉ दामोदर खडसे इस कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि के रूप में मौजूद थे। 
डॉ. दामोदर खडसे ने कहा कि "हिंदी वैश्विक भाषा है और हिंदी भाषा और साहित्य क्षेत्र में अगणित रोजगार के अवसर आज उपलब्ध हो गए हैं। इसलिए हिंदी की व्यापकता को समझते हुए उस प्रकार से शिक्षा में भी बदलाव लाने चाहिए। उस दृष्टि से हिंदी विभाग कार्यरत दिखाई दे रहा है। इसलिए उन्होंने हिंदी विभाग की प्रशंसा की। 

मंच पर उपस्थित मॉडर्न महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव जी ने हिंदी विभाग की महत्वपूर्ण गतिविधियों की सराहना की और प्रोग्रेसिव एजुकेशन सोसाइटी के सचिव प्रा. शामकांत देशमुख ने हिंदी के नए-नए क्षेत्रों से अवगत कराया और हिंदी विभाग की सक्रियता पर प्रसन्नता व्यक्त की।

उद्घाटन समारोह के पश्चात हिंदी विभागीय ग्रंथालय को पुस्तकें प्रदान करने वाले महानुभावों का सम्मान समारोह संपन्न हुआ। प्रभा माथुर, इंदिरा पूनावाला, डॉ रमेश मिलन, डॉ. कांतिदेवी लोधी, उद्धव महाजन, प्रा.रामचंद्र पाटील, अलका अग्रवाल, शरदेंदु शुक्ला, डॉ विठ्ठल भालेराव, स्वरांगी साने जी को गुलदस्ता और सम्मानचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। पुणे के इन विद्वान हिंदी लेखक-प्राध्यापकों ने हिंदी विभागीय ग्रंथालय के लिए बड़ी संख्या में अपनी पुस्तक प्रदान की है।
   
हिंदी विभागप्रमुख डॉ. प्रेरणा उबाळे ने प्रस्तुत कार्यक्रम का संयोजन और संचालन किया। दिसंबर 2021 से हिंदी विभागीय ग्रंथालय और भाषा प्रयोगशाला निर्माण का कार्य आरंभ हुआ था और अब यह कार्य संपन्न होते हुए देखकर हिंदी विभागप्रमुख डॉ. प्रेरणा उबाळे ने कहा कि यह एक स्वप्न पूर्ण होने जैसा है। इस समारोह के आयोजन में हिंदी विभाग के प्रा.विनोद सूर्यवंशी, प्रा.मुमताज पठाण, प्रा.सूरज बिरादार, प्रा.सबीना शेख, प्रा.रेश्मा कांबळे ने सहायता की।
बहुत ही शानदार तरीके से यह कार्यक्रम  स्वरसम्राज्ञी लता मंगेशकर सभागृह में संपन्न हुआ।

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