रांची, 26 अगस्त 2022: चुनाव आयोग की सिफारिश के बाद, हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द होने से उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा। इस के साथ ही झारखंड की सरकार को अपना नया मुख्यमंत्री चुनना होगा। झारखंड में अभी गठबंधन की सरकार है। इस गठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ-साथ कांग्रेस, राजद और एनसीपी हैं।
हेमंत सोरेन की झारखंड मुक्ति मोर्चा के सामने अब संकट है। उन्हें बाकी के पार्टियों से भी अपना नया नेता चुनने के लिए बातचीत करनी होगी। इसी संकट के मद्देनजर JMM पार्टी सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि संभव है कि हेमंत सोरेन झारखंड में ‘राबड़ी मॉडल’ अपनाएं और अपनी पत्नी कल्पना को झारखण्ड का मुख्यमंत्री बना सकते हैं।
बिहार के साथ देश की जनता ने देखा है कि वर्ष 1996 में बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का नाम चारा घोटाले में सामने आया। विपक्ष के विरोधों को देखते हुए यह मान लिया गया था कि लालू यादव की राजनीति का अब अंत होने वाला है। तभी लालू यादव ने एक बड़ा फैसला लिया और उन्होंने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बना दिया। इस तरह मुख्यमंत्री पद पर न रहते हुए भी सारे फैसले लालू यादव ही लिया करते थे।
इस अटकलबाजी का पहला स्रोत भाजपा नेता निशिकांत दुबे का वह बयान था जब उन्होंने कहा था कि पद से हटने के बाद हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को ही मुख्यमंत्री बनाएंगे। हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन रांची में एक प्ले स्कूल चलाती हैं। घर-परिवार के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने वाली कल्पना राजनीति से दूरी बना कर रहती हैं। झारखंड के आम लोगों के बीच कल्पना की लोकप्रियता बहुत है। वह हेमंत सोरेन के ज्यादातर कार्यक्रमों में शामिल होती हैं।
हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन पर भी कई मुक़दमे चल रहे हैं। ऐसे में हेमंत सोरेन को परिवार के 2 लोगों में से किसी एक का चुनाव करना होगा। एक उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और दूसरी, उनकी भाभी दुर्गा सोरेन है। दोनों में से कयास यही लगाया जा रहा है कि ज्यादा संभावना मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन के ही राज्य के भावी मुख्यमंत्री बनाने का नजर आ रहा है।