गुमला : झारखण्ड के गुमला सदर प्रखंड के टोटो पंचायत के समिति सदस्य उप प्रमुख मो मुस्तफा आलम उर्फ राजन की पत्नी नगमा फ़िरदौस ने पुलिस अधीक्षक व पुलिस महानिदेशक को आवेदन देकर अपने पति को एक साजिश के तहत तथा बदले की भावना से ग़लत आरोप लगाकर एसटी-एससी थाना कांड संख्या – 11/2022 में फंसाये जाने की शिकायत की हैl
टोटो पंचायत के उप प्रमुख की पत्नी नगमा ने कहा है कि गुमला प्रखंड विकास पदाधिकारी सुकेशनी केरकेट्टा, पंचायती राज पदाधिकारी सीताराम साहू और भूमि सुधर उप समाहर्ता सुषमा नीलम सोरेन ने मिलकर मेरे पति मुस्तफा आलम पर साजिशन आरोप लगाये हैंl किन्तु उपयुक्त और पुलिस पदाधिकारी बिना जाँच किये ही गिरफ़्तारी और छापेमारी कर परेशान कर रही हैl
मुस्तफा आलम पर SC-ST धारा के तहत केस लगाया गया हैl नगमा फिरदौस ने पत्र लिखकर पुलिस अधीक्षक व पुलिस महानिदेशक से मामले को किसी निष्पक्ष पुलिस अधिकारी से जांच कराते हुए न्याय दिलाने की मांग की हैl
आवेदन में नगमा ने लिखा है कि जून 2022 में मेरे पति उप प्रमुख निर्वाचित हुए तथा दर्ज प्राथमिकी में 2021 में नाली निर्माण में हुए गड़बड़ी के सम्बन्ध में मेरे पति के विरुद्ध आरोप मढ़ते हुए कहा गया है कि वे उप प्रमुख बनकर अपने निजी व चहेते रिस्तेदारो को फायदा पहुंचाकर आधी अधूरी योजना का निर्माण कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया है, जो बिल्कुल तथ्यहीन है l इन्होंने अपने पति के विरुद्ध एसटी-एससी एक्ट लगाने को भी तथ्यहीन व निराधार बताया और प्राथमिकी दर्ज के पूर्व अपने पति मो मुस्तफा आलम उर्फ राजन द्वारा सीजीएम कोर्ट में पांच अधिकारियों को पार्टी बनाकर झुठा एफआईआर का अंदेशा लगाया गया था जो सही निकला l
नगमा ने अपने आवेदन में प्राथमिकी दर्ज के पूर्व हो रहे घर की छापेमारी व तलाशी को साजीश बताते हुए उसका विडियो होने की बात बताई हैl एक अपराधी की भांति हम परिवार वालों के साथ कुछ तथाकथित अधिकारी पेश आए और झुठा एफआईआर दर्ज कर दिया गयाl जबकि एफआईआर दर्ज करने के पूर्व जन प्रतिनिधि होने के नाते उनसे कारण बताओ नोटिस देना चाहिए थाl लेकिन कभी भी किसी तरह का स्पष्टीकरण या कारण नहीं माँगा गयाl नगमा फिरदौस ने पुलिस अधीक्षक व पुलिस महानिदेशक ( डीजीपी ) से इस मामले को अपने स्तर से कार्यवाही करते हुए निष्पक्ष पदाधिकारी से जांच कराकर अपने पति जनप्रतिनिधि को न्याय दिलाने का आग्रह किया है l