पटना, 16 अगस्त 2022: राजद के साथ नई सरकार बनाने के बाद आज मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने नए मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए 31 नए मंत्रियों को शामिल किया। इस नए मंत्रिमंडल विस्तार में जेडीयू के पांच विधायकों ने नाराजगी के कारण शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। सीएम नीतीश को 24 अगस्त को बहुमत साबित करना है।
आजतक से प्राप्त खबरों के अनुसार कैबिनेट में सबसे ज्यादा मंत्रिपद RJD के खाते में गए हैं। RJD के कोटे से 16 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। वहीं, JDU के 11 विधायकों को मंत्री बनाया। जबकि कांग्रेस के 2, हम का 1 और 1 निर्दलीय विधायक को मंत्रिपद की शपथ दिलाई गई। JDU के विधायक नाराज हैं डॉक्टर संजीव (परबत्ता विधानसभा), पंकज कुमार मिश्र (रुन्नीसैदपुर), सुदर्शन (बरबीघा), राजकुमार सिंह (मटिहानी) और शालिनी मिश्रा। मंत्री मंडल में जगह ना मिलने की वजह से इन विधायकों के साथ-साथ उपेंद्र कुशवाहा भी नाराज बताए जा रहे हैं और वह नाराज होकर महाराष्ट्र चले गए।
जिसमें प्रमुख सहयोगी राष्ट्रीय जनता दल से 16 मंत्री शामिल हैं। मंत्रियों को पोर्टफोलियो बांटे जा चूका है। नीतीश कुमार ने अपने पास वित्त और गृह विभाग रखा है। जबकि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी के पास स्वास्थ्य और तेज प्रताप के पास वन एवं पर्यावरण मंत्रालय आया है।
इस महागठबंधन से जेडीयू के पांच विधायकों ने नाराजगी के कारण शपथ ग्रहण कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। नाराज विधायक खुद तो कुछ नहीं बोल रहे लेकिन विधायक डॉक्टर संजीव कुमार की पोस्ट से सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने बाकी तीन विधायकों के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा है, ‘तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहां तख़्त-नशीं था, उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था!’
राजभवन में आयोजित समारोह में परबट्टा विधायक डॉ. संजीव कुमार, विधायक पंकज कुमार मिश्रा, बरबीघा विधायक सुदर्शन कुमार और मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह और केसरिया विधायक शालिनी मिश्रा शामिल नहीं हुए। संयोग से ये सभी विधायक भूमिहार जाति के हैं। पांचों ने कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने पर नाराज बताये जा रहे हैं।
मंत्रिपरिषद में से 11 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की JDU से, दो कांग्रेस से और एक पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की हम से, एक निर्दलीय से हैं। सबसे ज्यादा 16 मंत्री राजद से बनाए गए हैं। तीन मंत्रियों में महिला शीला कुमारी और लेशी सिंह जदयू से और अनीता देवी राजद से हैं। राजद के कुल सात यादव हैं, जिनमें लालू प्रसाद के दोनो बेटों के अलावा जदयू के बिजेंद्र यादव शामिल किये गए हैं।