नई दिल्ली, 10 जुलाई 2022: दिल्ली में हिंदू संगठनों ने ‘सर तन से जुदा गैंग’ के खिलाफ प्रदर्शन किया। उदयपुर और अमरावती हत्याकांड, काली पोस्टर विवाद के विरोध में मंडी हाउस से जंतर मंतर तक ‘संविधान संकल्प मार्च’ निकाला गया। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल जैसे कई हिंदू संगठनों ने एक साथ आकर उदयपुर और अमरावती हत्याकांड के विरोध में मार्च निकालते हुए बड़ी संख्या में आम जनता के साथ पोस्टर्स-बैनर्स लेकर दिल्ली की सड़कों पर जमा हुए। इनपर लिखा था ‘भारत संविधान से चलेगा, शरिया से नहीं’, ‘शरिया और जिहाद के खिलाफ हल्ला बोल’।
मार्च में मौजूद बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा, ‘संविधान को तोड़ने वाले सड़क पर आ सकते हैं तो संविधान को बचाने वाले भी आ सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि ‘सर तन से जुदा गैंग’ के खिलाफ हिंदू समाज सड़कों पर उतरा है।
राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की उनकी दुकान में हत्या की थी। हत्यारों ने पूरी वारदात का वीडियो बनाया और पीएम नरेंद्र मोदी को भी मारने की धमकी दी थी। दूसरी घटना, महाराष्ट्र के अमरावती में भी नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर उमेश कोल्हे नाम के व्यक्ति को बेरहमी से मार दिया गया था।
दिल्ली में ‘संकल्प मार्च’ के लिए सोशल मीडिया पर कई दिनों से समर्थन जुटाया जा रहा था। पोस्टर में अपील की गई थी कि ‘भारत संविधान से चलेगा, शरीयत या जिहाद से नहीं।’
एक टीवी पर बहस के दौरान बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा ने कथित रूप से पैगंबर मोहम्मद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। विवाद बढ़ा तो पार्टी ने सस्पेंड कर दिया। किन्तु कई जगहों से नूपुर को जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं, तो उनके समर्थन में भी लोग पोस्ट करने लगे। ऐसे ही पोस्ट कन्हैयालाल और उमेश ने किए थे। जिसके बाद कुछ सिरफिरे मुस्लिम व्यक्तियों ने उनकी हत्या कर दी। (चित्र साभार) https://twitter.com/newspcm/status/1545861048766722048?s=20&t=zeJQVL4C7miKKRdYzx822g