पुणे : हिंदी विभाग, मॉडर्न महाविद्यालय, पुणे की दो महत्वपूर्ण गतिविधियों का 16 दिसंबर 2016 में उद्घाटन हुआ था। ‘आज के शब्द’, इसके अंतर्गत प्रत्येक दिन एक शब्द युग्म लगाये जाते हैं। और दूसरी गतिविधि ‘अरुणिमा’ भित्ति पत्रिका। मॉडर्न महाविद्यालय में हिंदी भाषा और साहित्य के अध्ययन की वृद्धि के लिए डॉ. प्रेरणा उबाळे द्वारा की जा रही यह पहल अत्यंत सार्थक महसूस होती है l भारतीय भाषाओं को जीवित रखने हेतु इस तरह के कार्यक्रम, उपक्रमों का आयोजन वर्तमान समय में पूर्णतः प्रासंगिक है l
पुणे के इस मॉडर्न महाविद्यालय के हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ प्रेरणा उबाले जी ने बताया कि अपने महाविद्यालय में हिंदी विभाग के पहल से ‘आज के शब्द’ गतिविधि जिसमें हररोज एक शब्दयुग्म हम पिछले 05 सालों तक लगा रहे हैं। इसमें हमने 650 से अधिक हररोज नये शब्दयुग्म फलक पर लगाए। छोटी-सी यह गतिविधि हमारे विभिन्न विषयों के प्राध्यापकों, अन्य कर्मचारियों और महाविद्यालय में आने-जाने वाले लोग इसे पढ़ते हैं। इस वर्ष इसके स्वरुप को बदलकर ‘आज का मुहावरा‘ किया गया है।
दूसरी गतिविधि ‘अरुणिमा’ भित्तिपत्रिका है। यह अब सॉफ्ट और हार्ड कॉपी में 60 से अधिक पृष्ठों की पत्रिका बन गई है। इसमें हमारे छात्रों और प्राध्यापकों द्वारा लिखित हिंदी साहित्य प्रकाशित होता है। दोनों ही गतिविधियों का 2016 से अब तक का सजिल्द संकलन करके हिंदी विभाग और ग्रंथालय में रखा गया है।
उपरोक्त दोनों गतिविधियों आरंम्भ का सन 2016 में हिंदी विभाग के आदरणीय प्राचार्य डॉ. राजेंद्र झुंजारराव सर और आदरणीय प्रा. शामकांत देशमुख सर के मार्गदर्शन में किया था। उनके मुझपर किए गए विश्वास और इन दोनों गतिविधियों के साथ जुड़े मॉडर्न महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, छात्रों के प्रति के प्रति मैं ऋणी हूँ। और, ‘आज के शब्द’ और ‘अरुणिमा’ पत्रिका की गतिविधियों के लगातार छह वर्ष पूर्ण होना हमारे महाविद्यालय के लिए गर्व की बात है।