नई दिल्ली, 29 जुलाई 2022: सुप्रीम कोर्ट ने चाइनीज मांझे को बैन किया हुआ है। चाईनीज मांझे से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों घायल हो चुके हैं। पशु और पछियों का हिसाब हमारे पास नहीं है। अभी मंगलवार को ही चाइनीज मांझे से एक युवक की गर्दन कटने से बच गई। मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के उस्मानपुर इलाके पुस्ता रोड का है। जहां एक बाईक सवार अपने दोस्त से मिकलकर वापिस अपने घर नोएडा जा रहा था और बीच सड़क पर वह चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया और उसकी गर्दन गंभीर रूप से कट गई। वह व्यक्ति बीच सड़क पर ही युवक को लहुलुहान हो गया। इसके बाद उसे पास के ही जगप्रवेश चन्द्र शास्त्री पार्क अस्पताल में ले जाया गया। डॉक्टर में उसकी गर्दन पर कई टांके लगाये और बड़ी मुश्किल से युवक की जान बचाई गई।
चाइनीज मांझा बैन होने के बाद भी दिल्ली और देश के बाजारों में खुलेआम बिक रहा है। जिसके चलते कई लोग घायल हो जाते हैं। यह सबसे ज्यादा पक्षियों के लिए हानिकारक है, क्योंकि जब पतंग हवा में होती है तो न जाने कितने पक्षी इस मांझे की वजह से घायल होते है और मौत भी होती होगी। लोगों को पतंग उड़ाने का शौक है। लेकिन इस शौक में चाइनीज मांझे का इस्तेमाल दूसरों इंसानों और पछियों की जन पर मुसीबत बन जाता है।
ऐसा ही एक मामला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आया और उस पीड़ित युवक का नाम अनुराग है। यह खुद को खुशनसीब मान रहा है, क्योंकि चाइनीज मांझे के कारण उसकी जान संकट में फंस गयी थी, अस्पताल पहुँचने से पहले अनुराग खून से लथपथ था।
दिल्ली में चाइनीज मांझे से हो रही घटनाएं चिंता का विषय बन गई हैं। दिल्ली में चाइनीज मांझे पर पाबन्दी है किन्तु त्योहारों के आते ही बाजारों में चाइनीज मांझे की बढ़ जाती है और चाइनीज मांझे बाजारों में खुलेआम बिक रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में वर्गुष 2020 में चाइनीज मांझे से गुजरात में 200 लोगों के गले कटे, सैकड़ों पक्षी मरे, 2000 से ज्यादा जख्मी हुए थे।
आमलोगों सहित पशु-पक्षियों के लिए खतरनाक इस मांझे को बेचने वाले के खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्ती नहीं किए जाने के कारण बैखोफ होकर मांझे को बेच रहे हैं। हर साल इसकी वजह से अनेकों लोगों के साथ-साथ पशु-पक्षी भी घायल हो रहे हैं। इसके बाद भी प्रशासन चाइनीज मांझे पर रोक लगाने या बेचने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
चाइनीज मांझे पर पाबन्दी को पुख्ता करने के लिए लोगों को आगे आना होगा। सरकार चाइनीज मांझे को बनाने, बेचने और इस्तेमाल पर रोक लगाये और घायल होने और जान जाने पर इसके बनाने वाले, बेचने वाले और इस्तेमाल करने वाले पर भरी जुर्माना और सजा का प्रावधान करे। नहीं तो अगला शिकार आप-हम भी हो सकते हैं।
दिल्ली में हीं चाइनीज मांझे से अब तक कितनी घटनाएं सामने आई हैं। इसके आंकड़ा तो नहीं है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिल्ली में मौत के धागे बिक रहे हैं। सड़कों पर आमलोगों को दर्दनाक मौत मिल रही है। इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कब कार्रवाई होगी या सरकारी एजेंसीयां अभी और हादसों का इंतजार कर रही है।