रांची, 27 अगस्त 2022: झारखण्ड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भाजपा का डर अब सिर पर चढ़ चूका है। लाभ के पद मामले में चुनाव आयोग की सिफारिश पर झारखण्ड के राजपाल रमेश बैस ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। उन्होंने चुनाव आयोग के सिफारिश का लिफाफा खोला भी है या नहीं कोई नहीं जनता।
लेकिन दिल्ली की आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा भाजपा पर लगाये गए आरोप कि भाजपा आप के विधायकों को 20-20 करोड़ रुपये यानि 800 करोड़ देकर ख़रीद की साजिश कर रही है, को झारखण्ड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सच मान लिया। हेमंत सोरेन सवालों के जवाब देने की बजाय जनता में यह बयान दे रहे हैं कि भाजपा उनकी सरकार गिराने और upa विधायकों को खरीदने का षडयंत्र कर रही है। जिससे बचने के लिए महागठबंधन के विधायकों को बाड़े में सुरक्षित रखने का प्रबंध किया जा रहा है।
झारखण्ड के समाचार चैनल Before Print news मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने 40 विधायकों को लेकर एक जगह पर एक साथ रखने के लिए 4 लक्ज़री बसों में लाद कर किसी गोपनीय स्थान पर ले कर रवाना हो गए हैं। हेमंत सोरेन ने UPA महागठबंधन के बस में बैठकर निकलते एक फोटो भी सोशल मीडिया पर साझा की है। https://youtu.be/mOPg1dxESqU
हेमंत सोरेन को अपनी कुर्सी जाने और राज्य की सत्ता हाथ से जाने का डर इस कदर सता रहा है कि उनके सिर पर महाराष्ट्र का सच और अरविन्द केजरीवाल के अफवाह को अपने लिए मानते हुए प्रदेश के राज्यपाल के किसी फैसले का इंतेजार भी नहीं करना चाहते।
दूसरी तरफ झारखण्ड की कांग्रेस पार्टी भी अपने विधायकों की बैठक बुलाई है और अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस भी अपने सभी विधायकों को एक साथ किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाएगी।
झारखण्ड के राज्यपाल के फैसले से पहले इन सत्तापक्ष के विधायकों को बिकने से रोकने के लिए इस तरह के उपक्रम करना राज्य की जनता को मनोरंजन का एक मौका दिया है, जिसे झारखण्ड के लोग एन्जॉय भी करने लगे हैं।