मथुरा : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और राम लला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है और 22 जनवरी से अब तक लाखों रामभक्त हिंदू श्रद्धालु और मुसलमान समुदाय के लोग दर्शन कर रहे हैं। इसके साथ मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान का मामला भी चल रहा है, जिसमें शाही ईदगाह मस्जिद के अतिक्रमण से मुक्त कराना है।
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर शाही ईदगाह मस्जिद निर्मित मामले को लेकर एक आरटीआई मैनपुरी यूपी के निवासी अजय प्रताप सिंह द्वारा दायर की गई थी। इस RTI के जवाब में एएसआई ने 1920 का ऐतिहासिक रिकॉर्ड साझा किया है।
आगरा के पुरातत्व विभाग ने आरटीआई में बताया है कि औरंगजेब द्वारा मंदिर तोड़कर बनवाई गई मस्जिद के स्थान पर ही शाही ईदगाह मस्जिद का निर्माण हुआ है।
भारतीय पुरातत्व विभाग ने ब्रिटिश हुकूमत में वर्ष 1920 में प्रकाशित गजट के आधार पर जवाब है दिया कि मस्जिद के स्थान पर पहले कटरा “केशवदेव मंदिर” था, जिसे ध्वस्त कर मस्जिद का निर्माण किया गया है।
ASI के सर्वे और कोर्ट के जांच एजेंसियों द्वारा सबूत श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पक्ष में गवाही देने लगे हैं।