अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने खालिस्तानी पैसे लिया: गुरुपतवंत पन्नू

अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी ने खालिस्तानी पैसे लिया: गुरुपतवंत पन्नू

नई दिल्ली : Sikh for Justice का मुखिया आतंकवादी गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने सिख फॉर जस्टिस के द्वारा एक श्वेतपत्र का वीडियो जारी किया है। सिख फॉर जस्टिस का संस्थापक गुरुपतवंत पन्नू को आम लोगों के बीच तब जाना गया जब कनाडा में एक खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हो गयी। और निज्जर की हत्या का आरोप भारत सरकार पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने लगाया। यह निज्जर कनाडा की नागरिकता ले रखी थी। इसके साथ ही पूरी दुनिया में खालिस्तान और उसके सरगनाओं की भी चर्चा में SFJ के संस्थापक गुरुपतवंत सिंह पन्नू की भी चर्चा होने लगी।

अपने संगठन सिख फॉर जस्टिस के द्वारा एक श्वेतपत्र जारी करते हुए पन्नू आम आदमी पार्टी और इसके नेता अरविन्द केजरीवाल पर सीधा सीधा और खुले तौर पर बोल रहा है कि आम आदमी पार्टी को उन्होंने 6.70 मिलियन डॉलर की फंडिंग की थी, पूरा समर्थन दिया था पंजाब चुनावों में।

पंजाब के किसानों के आन्दोलन को दिल्ली के बॉर्डर्स पर धरना पर भी यह चर्चा में बात आयी थी कि इस किसान आन्दोलन को खालिस्तानियों का समर्थन और फंडिंग मिल रहा है। इस आन्दोलन में धरने पर सिख फॉर जस्टिस संगठन भी अपना तंबू और बैनर लगाये देखा गया था।

असल में तो ख़ालिस्तानी अपनी ताक़त दिखाना चाहते थे। आम आदमी पार्टी ने चुनावों में समर्थन के बाद पंजाब में अपनी सरकार बनाई। इसके साथ ही यह सूचना आने लगी कि पंजाब में खालिस्तानी और समर्थक खुले आम सड़कों पर खालिस्तान का समर्थन करते हुए खालिस्तान की मांग करने लगे हैं।

पंजाब किसान आंदोलन के दौरान ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर इस आंदोलन और पंजाब में सक्रिय होने पर चर्चा की थी। आप विरोधियों का कहना था कि पंजाब किसान आंदोलन को दिल्ली के बॉर्डर्स पर बैठने की पूरी सुविधा सहित अरविंद केजरीवाल ने बिजली, पानी और ख़ाना दिया और केंद्र सरकार का भी विरोध किया। वहीं अरविंद केजरीवाल के साथी कुमार विश्वास ने भी अरविंद केजरीवाल द्वारा खालिस्तान समर्थन और अलग पंजाब देश के प्रधानमंत्री बनने के बात की एक बार चर्चा की थी।

खालिस्तान मुद्दे पर बोलते हुए पाकिस्तान के प्रोफ़ेसर ईश्तियाक अहमद ने कहा कि खालिस्तान का मसला भारत में नहीं है। यह चर्चा पाकिस्तान की एजेंसी फैलाती है और भारत में देश विरोधी, स्वार्थी तत्व तथा इस तरह के राजनीतिज्ञ फैलाते हैं। दरसल यह पाकिस्तान से बांग्लादेश बनाने में भारत से बदले के तौर पर लेना है। प्रो इश्तियाक अहमद फिलहाल स्वीडन में राजनीतिविज्ञान पढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि खालिस्तान की अवधारणा ही गलत है। (इस वीडियो के सत्यता की newspcm पुष्टि नहीं करता है)

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