लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती की परीक्षा का पेपर लीक किया गया था। प्रदेश के हजारों युवाओं के मेहनत पर पानी फेर दिया गया। सिपाही भर्ती में पेपर लीक से गुस्साए परीक्षार्थियों ने विरोध प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा की और दुबारा परीक्षा पिछले भरे गए फॉर्म पर ही कराने के आश्वासन के साथ जांच के लिए STF भी गठित कर दी। तत्काल परिणाम भी आया और STF ने पेपर लीक के एक संदिग्ध नीरज यादव को बलिया से गिरफ्तार कर लिया। पैसा लिये परीक्षार्थियों को यह नीरज यादव व्हाट्सएप पर उत्तर भेज रहा था। मथुरा के व्यक्ति की भी तलाश की जा रही है जिसे व्हाट्सएप से मैसेज भेजा गया था।
नीरज यादव की गिरफ्तारी सिपाही भर्ती परीक्षा की दूसरी पाली में नकल कर रहे परीक्षार्थियों को गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद नाम आने पर हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को राजधानी लखनऊ में एक कार्यक्रम में कहा कि ‘युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को बख़्शा नहीं जाएगा। जो प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस करेगा। उनके ख़िलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति अपना कर उन तत्वों से उतनी ही सख़्ती और कठोरतम तरीके से निपटने का काम किया जाएगा। सरकार ने पहले भी कार्रवाई की थी अब फिर से शुरू करने जा रही है। वे न घर के रहेंगे न घाट के रहेंगे। अगर नियुक्ति की प्रक्रिया इमानदारी पूर्वक आगे नहीं बढ़ पा रही तो यह युवाओं के साथ खिलवाड़ है और यह प्रतिभा के पलायन को मजबूर करता है। यह एक राष्ट्रीय पाप है।
कार्यक्रम में मंच से कहा कि “जब हम कार्रवाई करते हैं तो उसे ऐसा प्रस्तुत करते हैं कि वो नज़ीर बन जाए। हम नज़ीर बनवाएंगे।”
पेपर लीक मामले में संदिग्ध नीरज यादव की हुई गिरफ्तारी पर चर्चा है कि वह समाजवादी पार्टी का नजदीकी है। और सपा वाले इसे बचाने में लग गए हैं।